नमस्कार दोस्तों आज के इस ब्लॉक में आपका स्वागत है आज हमारा टॉपिक होने वाला है थर्मल पावर प्लांट से होने वाला नुकसान। जैसा कि हम जानते हैं कि थर्मल पावर प्लांट से विद्युत धारा को पैदा किया जाता है पर विद्युत हमारे लिए फायदेमंद है पर एक थर्मल पावर प्लांट हमारे प्राकृतिक के लिए नुकसानदायक है। थर्मल पॉवर प्लांट कुछ चुनिंदा जगहों पर सेट किया जाता है जहां पर नदियां या समुद्र का तट हो। नदियों और समुंद्र का थर्मल पावर प्लांट से क्या लेना देना है आइए जानते हैं चुकी यूरेनियम 235 एक पदार्थ आता है जो न्यूक्लियर फिशन रिएक्शन करता है। न्यूक्लियर फिशन दो तरीके से होता है एक कंट्रोल बैनर में और एक अनकंट्रोल मैंने में। हमारे पावर प्लांट न्यूक्लियर रिएक्शन को कंट्रोल में नरमे कराते हैं जिससे एक ऊर्जा उत्पन्न होती है जिसे हम लोग हिट एनर्जी कहते हैं। इस हिट एनर्जी को न्यूक्लियर पावर प्लांट प्रयोग में लेते हुए नदियों एवं समुद्र का पानी जोकि ठंडा होता है उसे न्यू क्लियर रिएक्टर के थ्रू पास कराया जाता है जिससे भाप बनता है जो टरबाइन अ को रोटेट करता है जिससे विद्युत धारा बनती है और हमारे घरों तक बिजली आती है। पर क्या आप जानते हैं कि यह प्रोसेस में कुछ किरण है या कह लीजिए रेडिएशन हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है इसलिए हम इस न्यूक्लियर रिएक्टर को एक कंटेनमेंट में रखते हैं जिसके कारण इसमें से नुकसान पहुंचा देने वाली किरणें बाहर नहीं आती है न्यूक्लियर रिएक्टर। पर जो इसमें गर्म नदियों का पानी और समुद्रों का पानी जो इकट्ठा होता है उसे ठंडा ना करके अगर इसे नदियों में डायरेक्ट प्रवाह करा दिया जाता है तो या नदियों के पानी को गर्म कर देता है जो गर्म पानी है और इसके वजह से जो नदियों का तापमान है उस इलाके में जिस इलाके में न्यूक्लियर रिएक्टर है वह बढ़ जाता है जिसके कारण नदियों के पानी में ऑक्सीजन घटने लगती है और जल में रहने वाले जो जीव है उनके लिए या खतरा बन जाता है इसलिए यह निकले रिएक्टर हमारे लिए और एक्वेटिक एनिमल के लिए बहुत नुकसानदायक है लेकिन अगर इसे सावधानी से प्रयोग किया जाता है तो यह हमारे लिए लाभदायक है और एक्वेटिक एनिमल के लिए नुकसानदायक नहीं है। एक्वेटिक एनिमल का अर्थ है पानी में रहने वाले जिओ।
Science Information
• अगर किसी भी लिक्विड का तापमान बढ़ता है तो उसमें गैस को लिक्विड मिलने में कठिनाइयां बढ़ जाती है। इसलिए कहा जाता है कि अगर पानी का तापमान बढ़ता है तो उसमें ऑक्सीजन का जो लेवल है वह घट जाता है। और अगर ग्लोबल वार्मिंग के वजह से टेंपरेचर में लगातार बढ़ोतरी होती रहे तो यह पानी के जीवो के लिए खतरनाक साबित हो सकता है इसलिए पानी का तापमान खतरनाक है।
• हम न्यूक्लियर रिएक्टर को कैसे समझ सकते हैं आसान भाषा में हम यह कह सकते हैं की कोई एक पदार्थ है और उसे किसी चीज से या किसी वस्तु से या किसी पार्टिकल से धक्का लगता है या उस पार्टिकल के द्वारा फोर्स लगाया जाता है न्यू क्लियर सब स्थान पर तो वह न्यूक्लियर रिएक्शन चालू कर देता है और दो चरण में होता है पहला चरण जिसको हम लोग कंट्रोल कर सकते हैं लीड रोल लगाकर और दूसरा हम लोग कंट्रोल नहीं कर सकते हैं हालांकि मैं न्यूक्लियर फिशन की बात कर रहा हूं न्यूक्लियर अलग बात होती है उसके बारे में हम आने वाले ब्लॉक में बात करेंगे कि न्यूक्लियर फ्यूजन क्या नुकसान होता है।
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