Ramdhari Singh Dinkar Jivan Parichay। 2023 UP Board



नमस्कार दोस्तों आज के इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि रामधारी सिंह दिनकर का जीवन परिचय और साहित्यिक परिचय। रामधारी सिंह दिनकर का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण क्वेश्चन बनता है परीक्षा पत्र में इसलिए हमें रामधारी सिंह दिनकर का जीवन परिचय और साहित्यिक परिचय तैयार करके जाना चाहिए।

जीवन परिचय - राष्ट्रीय भावनाओं के तेजस्वी कवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्म बिहार के मुंगेर जिले के सिमरिया गांव में हुआ था। इनका जन्म 30 सितंबर 1960 ईस्वी को हुआ था। वर्ष 1932 में पटना कॉलेज में B.A. किया और उसके पश्चात एक स्कूल में अध्यापक हो गए। वर्ष 1950 में इन्होंने मुजफ्फरपुर के स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष नियुक्त किए गए। वर्ष 1952 में इन् राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया गया। वर्ष 1972 में इन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला। 24 अप्रैल 1974 को हिंदी काव्य - गगन का याद इंकार हमेशा के लिए अस्त हो गया।

• आइए जान लेते हैं 

साहित्यिक परिचय -
रामधारी सिंह दिनकर शायद उत्तर काल एवं प्रगतिवादी कवि में सर्वश्रेष्ठ कवि थे। दिनकर जीने राष्ट्रप्रेमलोकप्रिय आदि विभिन्न विषयों पर काव्य रचना की। उन्होंने सामाजिक और आर्थिक समानता और शोषण के खिलाफ कविताओं की रचना की। एक प्रतिवादी और मानव वादी कवि के रूप में उन्होंने ऐतिहासिक पात्रों और घटनाओं को ओजस्वी और प्रखर शब्दों का ताना-बाना दीया। ज्ञानपीठ से सम्मानित उनकी उर्वशी कि कहानी माननीय प्रेम, वासना और संबंधों के इर्द-गिर्द घूमती है।

• आइए जान लेते हैं इनकी प्रमुख

कृतियां - दिनकर जीने काव्य एवं गद्य दोनों क्षेत्रों में सशक्त साहित्य का सृजन किया।

काव्य रचनाओं - रेणुका, रसवंती, हुंकार, कुरुक्षेत्र, रश्मिरथी, उर्वसी, परशुराम की प्रतीक्षा, नील कुसुम, चक्रवाल, सिप्पी और शंख, हारे को हरिनाम और सामधेनी आदि शामिल है। 

आलोचनात्म गद्य - संस्कृति के चार अध्याय।

• आई जानते हैं सबसे महत्वपूर्ण बिंदु भेजो की रामधारी सिंह दिनकर के बारे में है।

1. रामधारी सिंह दिनकर की गणना आधुनिक युग के सर्वश्रेष्ठ कवियों में की जाती है।

2. विशेष रूप से राष्ट्रीय चेतना एवं जागृति उत्पन्न करने वाले कवियों में इनका विशिष्ट स्थान है।

3. यह भारतीय संस्कृति के रक्षक क्रांतिकारी चिंतक अपने युग का प्रतिनिधित्व करने वाले हिंदी के गौरव हैं हिंदी पाकर हिंदी साहित्य वास्तव में धन्य हो गया।

4. प्रीति इनका स्वनिर्मित छंद है।

5. इन्हें उर्दू, बंगला, अंग्रेजी और सरल भाषा भी आती थी।

6. रसवंती काव्य ग्रंथ दिनकर जी द्वारा लिखा गया था और यह प्रेम एवं सिंगार की खान है।

7. दिनकर जी की हिमालय, तांडव, बोधिसत्व, पाटलिपुत्र की गंगा आदि रचनाएं प्रगतिवादी विचारधारा पर आधारित है।

• आइए प्रश्न और उत्तर देख लेते हैं

प्रश्न 1. रामधारी सिंह दिनकर को कब ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था? 
उत्तर - 1972 में

प्रश्न 2. रामधारी सिंह दिनकर को किस काव्य पर ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था?
उत्तर - उर्वशी

प्रश्न 3. रेणुका काव्या किस कवि द्वारा लिखा गया है? 
उत्तर - रामधारी सिंह दिनकर

प्रश्न 4. रसवंती काव्य किस कवि द्वारा लिखा गया है?
उत्तर - रामधारी सिंह दिनकर

प्रश्न 5. कुरुक्षेत्र काव्य किस कवि द्वारा लिखा गया है? 
उत्तर - रामधारी सिंह दिनकर

प्रश्न 6. संस्कृति के चार अध्ययन आलोचनात्मक गधे किस कवि द्वारा लिखा गया है? 
उत्तर - रामधारी सिंह दिनकर

उम्मीद है हमारा यह ब्लॉग अच्छा लगा होगा तो अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करिएगा।
धन्यवाद!


إرسال تعليق

Post a Comment (0)

أحدث أقدم